मैं उदित मुनि नाम साहेब हूँ और यह देखकर खुश हूँ कि आप सभी जीवन में खुश हैं
जिसमें सदगुरु कबीर साहेब के ज्ञान और धनी धर्मदास साहेब के विवेक का मिलन है, यह अद्वितीय पंथ है जो सदगुरु कबीर के महान उपदेशों पर आधारित है। यह एक प्रकार की मानवतावादी सोच का प्रतीक है, जिसमें सत्य, सदाचार, और प्रेम के मूल्यों का महत्वपूर्ण स्थान है l
महाकुंभ नगर। आचार्य गद्दी कबीर धर्म स्थान छावनी में मंगलवार को हजूर उदित राम साहेब की पुण्यतिथि मनाई गई। इस मौके पर उनके व्यक्तित्व एवं कबीर पंथ के विकास पर विस्तार से चर्चा हुई। आचार्य पंथ अर्धनाम साहेब ने कहा कि यह दिन विशेष है। कबीर पंथ के इतिहास में उदित नाम साहेब को विशेष रूप से याद किया जाता है। इसलिए कि साहेब ने सद्गुरु कबीर के एक मात्र दार्शनिक स्थल लहरतारा को नया स्वरूप प्रदान किया। मुख्य अतिथि भारतीय कबीर विचार मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष आचार्य महंत गुरु प्रसाद गोस्वामी ने कहा कि उदित नाम साहेब दुनिया में कबीर पंथ के लिए प्रेरणा के स्त्रोत हैं। आज आवश्यकता है कि कबीर साहब के विचारों को फैलाने के लिए एकजुट होकर हम पहल करें। इस दिशा में मंच की स्थापना की गई। सुधाकर शास्त्री ने कहा कि उदितनाम कर्मयोगी थे। इसमें महंत साहेब रमेश दास गोस्वामी, महंत रामकिशोर दास, महंत गुरुचरण साहेब, संत धर्मेंद्र साहब आदि ने विचार व्यक्त किए। संचालन हनुमत प्रसाद तथा धन्यवाद ज्ञापन कालूराम, रोहित एवं संतोष ने किया।